भारत और अमेरिका ने नौसेना के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और नौसेना कार्लोस डेल टोरो के सचिव के बीच बातचीत के दौरान इस क्षेत्र में अपने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों और सुरक्षा स्थिति के पूरे सरगम की समीक्षा की।
पांच दिवसीय यात्रा पर, वह कोच्चि में भारतीय नौसेना के दक्षिणी नौसेना कमांड (एसएनसी) का दौरा करने के लिए भी निर्धारित है, जिसमें वह कमांडर-इन-चीफ एसएनसी के साथ बातचीत करेंगे और भारत के पहले स्वदेशी विमान वाहक, INS विक्रांत पर जाएंगे।
भारत और अमेरिका ने पारंपरिक रूप से घनिष्ठ और दोस्ताना संबंध बनाए रखे हैं।
दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध पारस्परिक विश्वास के रूप में रहा है, जो जून 2016 में भारत में प्रमुख 'रक्षा भागीदार स्थिति' के समझौते के बाद बदल गया है।
इसके अलावा, दोनों देशों ने 2015 में हस्ताक्षरित रक्षा फ्रेमवर्क समझौते सहित कुछ संस्थापक समझौतों का समापन किया है, जो दोनों देशों के रक्षा प्रतिष्ठानों के बीच सहयोग के लिए एक फ्यूचर प्रिंट करता है।
जैसे की 2016 में हस्ताक्षरित लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA), जो कि 2016 में हस्ताक्षरित है, जो सितंबर 2018 में हस्ताक्षर किए गए संचार संगतता और सुरक्षा समझौते (COMCASA) दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच पारस्परिक रसद समर्थन की सुविधा देने वाला एक मूलभूत समझौता है।
यह दोनों देशों के सशस्त्र बलों और हाल ही में, बेसिक एक्सचेंज कोऑपरेशन एग्रीमेंट (BECA) के बीच सूचना -साझाकरण की सुविधा प्रदान करता है, जो कि रक्षा मंत्रालय और नेशनल जियोस्पेशियल एजेंसी (NGA), यूएसए के बीच भू -स्थानिक जानकारी साझा करने में सक्षम बनाता है।
भारतीय नौसेना कई मुद्दों पर अमेरिकी नौसेना के साथ बारीकी से सहयोग करती है, जिसमें द मालाबार जैसे परिचालन इंटरैक्शन शामिल हैं।
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