top of page
Srashti Tiwari

प्रियंका चोपड़ा के अपने आखिरी नाम चोपड़ा और जोनस के हटाने का कारण हुआ साफ़, जानिए क्या था कारण?

Updated: Jan 27, 2022

जब भी कोई शादीशुदा अभिनेत्री अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अपने पति का नाम हटा देती है तो कयास लगाया जाता है कि उस अभिनेत्री का अपने पति से तलाक होने जा रहा है। और अलग होने की खबर आग की तरह फैल जाती है, कभी ये खबरें झूठ होती हैं, लेकिन कभी कभी ये खबरें सच भी साबित होती हैं। जैसा की पिछले दिनों दक्षिण भारतीय अभिनेत्री सामंथा के अपने अक्किनेनी नाम हटाने से उनकी तलाक की खबरें फ़ैल गई थी और बाद में अलग होने की खबर सच भी हो गई।


इस बार ऐसा बॉलीवुड की देसी गर्ल और अंतराष्ट्रीय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा के साथ हो रहा है, इन दिनों उनके और निक जोनस के अलग होने की खबरें जोर पकड़े हुए है। दरअसल प्रियंका चोपड़ा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अपने नाम के बाद चोपड़ा और जोनस नाम को हटा दिया है, जिससे लोगों ने कयास लगाना शुरू कर दिया है कि प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस अलग होने वाले हैं। लेकिन ये खबर झूठ निकली।


इस बारे में जब मिडिया ने प्रियंका के दोस्त से बात की तब उन्होंने ने बताया कि - "ये खबरें केवल अफवाह है, प्रियंका केवल अपने पहले नाम का इस्तेमाल अपने भविष्य के प्रोजेक्ट के लिए कर रही हैं। तलाक की ख़बरों में कोई सच्चाई नहीं है। इसके अलावा उन्होंने जोनस ही नहीं बल्कि चोपड़ा को भी हटा दिया है।"

वही प्रियंका चोपड़ा की माँ से भी इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने भी कहा कि - "ये केवल बकवास है, कृपया अफवाह मत फैलाएं।"

प्रियंका और निक की शादी दिसम्बर 2018 में हुई थी और दोनों ने जोधपुर में हिन्दू और क्रिस्चियन दोनों रीती-रिवाजों से शादी की थी और अब आने वाले दिसम्बर में दोनों की शादी के तीन साल भी हो जाएंगे।


अब प्रियंका चोपड़ा के काम की बात करें तो उनकी फिल्म 'मैट्रिक्स' जल्द ही आने वाली है। उन्होंने फिल्म में अपना पहला लुक साझा करते हुए कैप्शन दिया - (and she's here. Re-enter #TheMatrix. 12.22.21)


प्रियंका चोपड़ा के अपने आखिरी नाम चोपड़ा और जोनस के हटाने का कारण हुआ साफ़, जानिए क्या था कारण?

0 views0 comments

Recent Posts

See All

उमर खालिद, शरजील के भाषणों ने डर पैदा किया: 2020 के दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट से कहा

पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष तर्क दिया की उमर खालिद, शरजील इमाम और अन्य के भाषणों ने सीएए-एनआरसी, बाबरी मस्जिद,...

Comments


bottom of page