प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मई के पहले सप्ताह में पेरिस दौरे के दौरान नवनिर्वाचित फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मिलने की संभावना है। मैक्रों को दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति के रूप में चुना गया है।
इस साल अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान मोदी चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ और डेनमार्क के साथ द्विपक्षीय शिखर वार्ता के लिए जर्मनी भी जाएंगे। सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि यह यात्रा दो मई से सात मई तक शुरू होने की संभावना है।
यूरोपीय देशों की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब यूक्रेन युद्ध बेरोकटोक चल रहा है और कई देश रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगा रहे हैं।
भारत ने अब तक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) और संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में रूस के खिलाफ मतदान से परहेज किया है। सूत्रों ने कहा कि मोदी के जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मई के अंत में फिर से जर्मनी की यात्रा करने की भी संभावना है क्योंकि उसमे भारत एक विशेष आमंत्रित सदस्य है।
मोदी ने सोमवार को मैक्रों को फिर से चुने जाने पर बधाई दी थी और कहा था कि वह भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
मोदी ने ट्वीट किया, "मेरे मित्र इमैनुएल मैक्रों को फ्रांस के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने पर बधाई! मैं भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने के लिए तत्पर हूं।"
भारत और फ्रांस के बीच मजबूत राजनीतिक, रणनीतिक और रक्षा संबंध हैं और फ्रांस पिछले कई दशकों से राफेल लड़ाकू विमानों सहित भारत को उच्च तकनीक वाले हथियारों की आपूर्ति कर रहा है।
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