प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा की और निर्बाध मानवीय पहुंच(free human access) के महत्व को रेखांकित किया। मंगलवार को यूक्रेन में 21 वर्षीय मेडिकल छात्र नवीन शंकरप्पा की मौत की भी चर्चा हुई।
यहां फ्रांसीसी दूतावास की ओर से बुधवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार दोनों नेताओं ने मंगलवार को बातचीत की। मोदी और मैक्रों ने यूक्रेन के खिलाफ "रूसी आक्रमण" पर ध्यान केंद्रित किया और जल्द से जल्द युद्धविराम तक पहुंचने के महत्व पर सहमति व्यक्त की।
बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने निर्बाध मानवीय पहुंच सुनिश्चित करने के महत्व को रेखांकित किया और विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में संकट पर घनिष्ठ समन्वय बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की।
मैक्रों यूक्रेन में संकट को कम करने के लिए सक्रिय रूप से कूटनीति में लगे कुछ यूरोपीय नेताओं में से हैं। फ्रांसीसी दूतावास ने कहा, "फ्रांसीसी गणराज्य के राष्ट्रपति और भारत के प्रधान मंत्री जल्द से जल्द युद्धविराम तक पहुंचने, निर्बाध मानवीय पहुंच सुनिश्चित करने और विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में घनिष्ठ समन्वय बनाए रखने के महत्व पर सहमत हुए।"
प्रधान मंत्री ने यूक्रेन और रूस के बीच वार्ता का स्वागत किया और सभी लोगों की मुक्त और निर्बाध मानवीय पहुंच और सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया।
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