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Writer's pictureRuchika Bhadani

पश्चिम बंगाल 12वीं की परीक्षा की तारीख के बदलाव का विचार


जब से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने ज्वाइंट एंट्रेस एग्जामिनेशन (जेईई मेन 2022) की तारीखों की घोषणा की है तब से कई राज्य बोर्डों को कक्षा 12वीं परीक्षा की तारीखों में बदलाव करने पड़ रहे हैं। पश्चिम बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन (WBCHSE) भी अन्य मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तारीखों के साथ संभावित टकराव से बचने के लिए कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तिथियों को लेकर समीक्षा करने वाली है। काउंसिल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।


आप सभी के जानकारी के लिए बता दें की जेईई मेन की परीक्षा 16 अप्रैल से शुरू होने वाली है और बंगाल की 12वीं की परीक्षा 2 अप्रैल से शुरू होने वाली है। ऐसे में मेडिकल और अन्य परीक्षा के साथ टकराव होने से बचने के लिए बंगाल ने 12वीं की परीक्षा की तिथी बदलने के बारे में सोचा हैं।


हालाकि अभी कुछ भी साफ रूप से बताया नही गया है, अभी नई तारीख भी नही सोची गई है। पश्चिम बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन (WBCHSE) के अध्यक्ष चिरंजीब भट्टाचार्य ने बताया कि कई उच्च माध्यमिक छात्र राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा में बैठते हैं, इसलिए परिषद बोर्ड परीक्षाओं के कार्यक्रम को बदलने पर विचार कर रही है।


उन्होंने कहा, “अभी तक कुछ भी तय नहीं किया गया है। हम इन कारकों का पता लगाएंगे और उनका मूल्यांकन करेंगे और राज्य सरकार को सिफारिशें देंगे। अंतिम कॉल अगले सप्ताह होने की संभावना है।” भट्टाचार्य ने कहा कि कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तारीखों में कोई भी बदलाव जल्दबाजी और मनमाना नहीं होगा। इसपर सोच-समझकर ही बदलाव किया जाएगा।


दोनों परीक्षाओं में से कोई भी परीक्षा पहले हो सकती है, तारीख आने के बाद ही बच्चों में राहत आयेगी। जो बच्चे बोर्ड परीक्षा और मेन की परीक्षा दोनो की ही त्यारी कर रहे हैं, उन्हें थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है मगर जो भी फैसला होगा वो बच्चों के हित में ही होगा।


मेन के बाद मेडिकल की परीक्षा भी जल्द ही हो जाएगी। ऐसे में बोर्ड परीक्षा की तिथी को सोच समझ कर और हर तरह से विचार करके ही रखा जाएगा ताकि किसी को भी परेशानी न हो, खास करके बच्चों को-ना ही मेडिकल वालो को ना ही मेन वालों को।

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