बीआर अंबेडकर पर अपनी टिप्पणी से उपजे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कांग्रेस पर संसद में उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया। कांग्रेस को 'अंबेडकर विरोधी' बताते हुए भाजपा नेता ने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू दलित आइकन से नफरत करते थे।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस कई दशकों तक बीआर अंबेडकर को भारत रत्न देने से बचती रही। उन्होंने कहा कि भाजपा समर्थित केंद्र सरकार ने आखिरकार 1990 में दिवंगत कानूनी दिग्गज को सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार दिया।
शाह ने दावा किया कि कांग्रेस अंबेडकर और उनके आदर्शों के खिलाफ है। "कल से कांग्रेस तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है और मैं इसकी निंदा करता हूं... कांग्रेस बीआर अंबेडकर विरोधी है, यह आरक्षण और संविधान के खिलाफ है। कांग्रेस ने वीर सावरकर का भी अपमान किया। आपातकाल लगाकर उन्होंने सभी संवैधानिक मूल्यों का उल्लंघन किया," शाह ने कहा।
मंगलवार को राज्यसभा में एक बहस के दौरान अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अंबेडकर का नाम बार-बार लेना एक फैशन बना लिया है। उन्होंने कहा, "अगर उन्होंने अंबेडकर की जगह भगवान का नाम इतनी बार लिया होता, तो उन्हें सात जन्मों तक स्वर्ग मिलता।" इस पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया।
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