दिल्ली पुलिस की साइबर ब्रांच ने बताया है कि दिल्ली के एक व्यवसायी की क्रिप्टोकरेंसी की चोरी कर उसे फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास को भेज दिया। पुलिस ने बताया है कि करीब तीन साल पहले तीन मिलियन डॉलर मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी चोरी हो गई थी। मौजूदा वक्त में इसकी वैल्यू करीब 4 करोड़ भारतीय रुपये के बराबर है। दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके में एक व्यवसायी द्वारा शिकायत किए जाने के बाद पुलिस 2019 से इस मामले के खोजबीन में जुटी हुई थी। अब पुलिस ने बताया है कि जांच से पता चला है कि क्रिप्टोकरेंसी ट्रेल के कारण फिलिस्तीनी अल-कसम ब्रिगेड के पहुंच गए। बता दें कि अल-कसम ब्रिगेट हमास की मिलिट्री विंग है।
क्रिप्टोकरेंसी के जिस वॉलेट में पीड़ित का पैसा ट्रांसफर किया गया वॉलेट को इजरायल की नेशनल ब्यूरो फॉर काउंटर टेरर फाइनेंसिंग ने सीज कर लिया था। जो अकाउंट इजरायल ने सीज किया उसका संबंध मोहम्मद नासिर इब्राहिम अब्दुल्ला से था। अधिकारी ने बताया है कि एक वॉलेट जिसमें क्रिप्टोकरेंसी का एक बड़ा हिस्सा स्थानांतरित किया गया है, गाजा और मिस्र से संचालित किया जा रहा है और यह अहमद मरजूक का है। वहीं दूसरा वॉलेट रामल्लाह, फिलिस्तीन के निवासी अहमद क्यू एच सफी का है।
Comments