तालिबान ने एक बार फिर पाकिस्तान से जंग करने की घोषणा कर दी है, अभी कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान और पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान के बीच समझौता हुआ था और दोनों की सहमति से सीजफायर हो गया था। लेकिन अब तालिबान ने सीजफायर ना मानते हुए अपने आतंकवादी लड़ाकों को अनुमति दे दी है कि वह अब हमला करना शुरू कर दें। तालिबान ने पाकिस्तान की सरकार पर कई आरोप लगाए हैं और कहा है कि पाकिस्तान उनके द्वारा लिए गए फैसलों को तवज्जो नहीं दे रही है और इसी के चलते गुरुवार को तालिबान ने इमरान खान सरकार के साथ 1 महीने पहले हुए सीजफायर को खत्म कर रही है।
⚪पाकिस्तानी अखबार डॉन की खबरों के अनुसार तहरीक-ए-तालिबान और पाकिस्तान के बीच बातचीत चल रही थी और यह बातचीत अफगान तालिबान ने पाकिस्तान और तहरीक-ए-तालिबान के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए करवाई थी और अफगान तालिबान दोनों की तरफ से भूमिका निभा रहा था और इसी के चलते 25 अक्टूबर 2021 को तहरीक-ए-तालिबान और पाकिस्तान सरकार ने 6 विषयों पर समझौता करने के लिए मान गए इसके साथ-साथ दोनों की तरफ से आमने सामने की बैठक भी की गई और इस बैठक के दौरान दोनों के बीच शांति बनाए रखने को लेकर चर्चा हुई इसी बैठक के दौरान तहरीक-ए-तालिबान ने पाकिस्तान सरकार से सीजफायर रोकने के बदले में कई मांगे की जिसमें सरिया इस्लामिक कानून लागू करने से लेकर आदिवासी इलाकों को पूर्ण रूप से विकसित करने तक की मांग की गई और इन्हीं सब के बीच सरिया इस्लामिक कानून को लेकर पाकिस्तान सरकार और तहरीक-ए-तालिबान की बात नहीं बन पाई और तहरीक-ए-तालिबान के नेता मुफ्ती नूर अली महमूद ने पाकिस्तान की सरकार के साथ सीजफायर खत्म करने की घोषणा के साथ-साथ अपने लड़ाकों को हमला शुरू करने की इजाजत दे दी है।
⚪तहरीक-ए-तालिबान के इस ऐलान के बाद पाकिस्तान में अशांति फैल सकती है और आम लोगों को भी इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। तहरीक-ए-तालिबान के आक्रमण से पाकिस्तान में रह रही आम जनता को काफी तकलीफ झेलनी पड़ती है तहरीक-ए-तालिबान एक आतंकवादी संगठन है जो इस्लाम के नाम पर आतंक फैलाता है और कहीं पर भी बम ब्लास्ट कर देता है यहां तक कि इनके द्वारा खुलेआम गोलीबारी भी की जाती है और इस गोलीबारी में बेकसूर लोगों की जाने जातीं हैं। कई बार तो पाकिस्तानी आर्मी को सामने आना पड़ता है फिर भी इस आतंकवादी संगठन का समाधान अभी तक पाकिस्तानी सरकार पूरी तरह से नहीं निकाल पाई है निकाल पाई है।
Comments