कोरोना महामारी ने जहां एक तरफ पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को हिला कर रख दिया था वहीं दूसरी तरफ कोरोना काल में लाखों ऐसे इंसान थे जिन्होंने अपने नौकरी से हाथ धो दिए। आज की खबर एक ऐसे इंसान पर आधारित है जो कि कोरोना काल में टीचर हुआ करते थे और 12 साल तक स्कूल में इंग्लिश पढ़ाया।
कोरोना में नौकरी चले जाने की वजह से जोमैटो में डिलीवरी का काम शुरू कर दिया तथा पैसे की कमी होने की वजह से जोमैटो की डिलीवरी अपने साइकिल पर किया करते हैं।
इतनी चिलचिलाती गर्मी में भी एमए पास डिलीवरी मैन डिलीवरी किया करते थे, जिसे देखकर एक 18 साल के कस्टमर का दिल पसीजा और उसने कुछ ऐसा किया कि सब लोग उसकी तारीफ करते थक नहीं रहे।
दरअसल राजस्थान के रहने वाले 18 वर्षीय आदित्य नामक एक लड़के ने जोमैटो से कोल्ड ड्रिंक ऑर्डर किया जिसकी डिलीवरी इंग्लिश टीचर ने साइकिल पर आकर किया जिसे देखकर आदित्य का दिल पसीज गया। आदित्य ने डिलीवरी मैन की और जानकारी किसी तरह जोमैटो से निकाली।
आदित्य ने उसी समय ठान लिया कि वह डिलीवरी मैन को एक स्कूटर दिला कर रहेगा, तो उसने ट्विटर पर ट्वीट किया और फंड जमा करना चालू कर दिया और महज डेढ़ घंटे के अंदर ही दो लाख के करीब फंड जमा हो गया। जिससे की आदित्य ने डिलीवरी मैन को एक नया स्कूटर दिला दिया।
आदित्य के इस कदम कि लोग बहुत ही सराहना कर रहे हैं, तथा उसकी बहुत तारीफ कर रहे हैं। आदित्य ने इस अच्छे काम के लिए ट्विटर का सहारा लिया था।
डिलीवरी मैन का नाम दुर्गाशंकर है। 12 साल से स्कूल में इंग्लिश टीचर की नौकरी कर रहे थे मगर कोरोना के वक्त मार्च 2020 में नौकरी चली गई और तब से जोमैटो में डिलीवरी मैन का काम करना शुरू कर दिया। साइकिल इस्तेमाल करने के बावजूद ज़ोमैटो की डिलीवरी समय पर पहुंचाया करते थे दुर्गाशंकर।
תגובות