टोक्यो ओलंपिक्स में खिलाड़ियों ने भारत को मेडल दिलाया ही है। इसके अलावा उनकी इस मेहनत और सफलता के पीछे एक प्रेरणा देने वाली कहानी भी है जो लोगों को काफी प्रभावित करती है। वही बचपन में जंगलों से लकड़ियां उठाने वाली मीराबाई चानू ने टोक्यो में 202 kg वजन उठाकर सिल्वर मेडल जीता। उन्हें घर लौटकर पिज़्ज़ा खाने की इच्छा थी। यह जानकार डोमिनोज़ ने उन्हें फौरन पूरी जिंदगी पिज्जा खिलाने का वादा किया। इसके अलावा डोमिनोज ने उनके साथ एक कमर्शियल डील भी की।
केवल मीराबाई चानू ही नहीं बल्कि नीरज चोपड़ा, पीवी सिंधु, बजरंग पुनिया, लवलीना बोरगोहेन, रवि दहिया और हॉकी टीम के सदस्यों को कई ब्रांड्स अप्रोच कर रहे हैं। इन सभी मेडलिस्ट की ब्रांड वैल्यू पहले से कई गुना बढ़ गई है।
वही देखा जाए तो नीरज चोपड़ा की ब्रांड वैल्यू पहले से 10 गुना बढ़ गई हैं। उन्हें मैनेज करने वाली फर्म जेएसडब्ल्यू के सीईओ मुस्तफा गौस ने बताया कि नीरज पहले नॉन क्रिकेटर मेल एथलीट है जिनके ब्रांड वैल्यू इतनी बढ़ी है। अभी तक मार्केट में या तो क्रिकेटर्स का दबदबा रहता था या फिर फीमेल एथलीट्स का लेकिन नीरज ने अब यह धारणा को तोड़ा है। ओलंपिक से पहले नीरज की सालाना एंडोर्समेंट फीस 20-30 लाख थी, लेकिन अब एक्सपर्ट का अनुमान है कि या फीस बढ़कर करीब ढाई करोड़ रुपए है।
इसके अलावा पीवी सिंधु कि सालाना एंडोर्समेंट फीस में भी बढ़ावा हुआ है सिंधु को भी कई नए ब्रांड के ऑफर्स आ रहे हैं। खबर यह भी है कि कुछ ब्रांड्स बिना पीवी सिंधु की इजाजत के उनकी फोटो और नाम का प्रयोग कर रहे थे, जिस पर पीवी सिंधु ने शिकायत की है।
मीराबाई चानू की मौजूदा एंडोर्समेंट सालाना ₹1 करोड़ से ज्यादा है। रवि दहिया को सिल्वर मेडल जीतने के बाद कई ब्रांच के ऑफर आने लगे हैं। और लवलीना बोरगोहेन की ब्रांड वैल्यू में 100% की बढ़ोतरी हुई।
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