दिल्ली के दरियागंज में पले बढ़े मशहूर कलाकार गुलशन कुमार का रिश्ता संगीत से कितना गहरा था यह तो सभी को पता है। और यह रिश्ता खास तब बना जब उन्होंने अपनी कैसेट्स की दुकान शुरू की तब उन्हें खयाल आया की क्यों ना संगीत उत्पादन का व्यवसाय प्रारंभ कर नई प्रतिभाओं को मौका दिया जाए। आज उनकी यही व्यवसायिक कंपनी दुनिया भर में टी-सीरीज नाम से मशहूर है और आज इस कंपनी के यूट्यूब चैनल में 20 करोड़ यानी 200 मिलियन सब्सक्राइबर हो चुके हैं। आइए जानते हैं गुलशन कुमार और उनके बारे में कुछ रोचक बातें जो शायद ही आपको पता होंगी।
◼️ गुलशन कुमार एक धार्मिक व्यक्ति थे उन्होंने 1983 में अपनी कंपनी की शुरुआत धार्मिक गानों से की थी और उन्हें इस बात का बिल्कुल भी भय नहीं था कि जहां फिल्मों और फिल्मी गानों का इतना चलन है वहां उनके गानों को इतनी तवज्जो दी भी जाएगी या नहीं।
◼️ उनकी एक सबसे खास बात यह थी कि वे अक्सर छोटे कलाकारों को मौका देते थे और उन्हें आगे बढ़ाते थे । वे कलाकार जिन्हें बॉलीवुड के बड़े मंच पर मौका नहीं मिल पाता था तब उन्हें टी-सीरीज में जगह दी जाती थी फिर वह कंपोजर हो प्लेबैक सिंगर हो या फिर संगीत निर्देशक हर किसी के टैलेंट की पहचान कर उन्हें मौका दिया जाता था।
◼️ गुलशन कुमार किसी गायक का साथ तब तक देते थे जब तक उसका करियर सफल न हो जाये। गायक के मशहूर होने के बाद उसे छोड़ फिर से नयी प्रतिभा की खोज में चल देते थे।
◼️गुलशन कुमार के जीवन के समय भी टी-सीरीज शीर्ष पर था और उनके जाने के बाद भी इस कंपनी की वही स्थिति बरक़रार रही। टी-सीरीज की स्थिति आज भी म्यूजिक कंपनी के बाजार में सबसे आगे है। आज टी-सीरीज़ भारतीय संगीत बाज़ार के 60% से अधिक हिस्से को नियंत्रित करती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में, टी-सीरीज़ का टर्नओवर 4.2 मिलियन डॉलर से अधिक है।
◼️माता वैष्णो देवी के मंदिर में लोगों को खाना खिलाने वाला लंगर आज भी टी-सीरीज के द्वारा चलाया जाता है।
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