आईआईटी-बीएचयू परिसर में बुधवार देर रात अपने एक पुरुष मित्र के साथ टहल रही एक छात्रा के साथ मोटरसाइकिल सवार लोगों ने कथित तौर पर छेड़छाड़ की और उसके कपड़े उतार दिए। कथित घटना के बाद आईआईटी-बीएचयू के सैकड़ों छात्रों ने गुरुवार को राजपूताना हॉस्टल के पास विरोध प्रदर्शन किया, सुरक्षा उपायों को बढ़ाने और बाहरी लोगों पर प्रवेश प्रतिबंध की मांग की।
महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, वह बुधवार रात अपने एक दोस्त के साथ बाहर थी। वे करमन बाबा मंदिर के पास थे जब तीन लोग मोटरसाइकिल पर वहां आए और उसे जबरन एक कोने में ले गए और उसे उसके दोस्त से अलग कर उसका मुंह बंद कर दिया।
इसके बाद आरोपियों ने महिला को निर्वस्त्र कर उसका वीडियो बनाया और तस्वीरें खींच लीं। शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने उसे 15 मिनट के बाद जाने दिया और उसका फोन नंबर ले लिया।
पीड़िता की शिकायत के आधार पर तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज की गई है। स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने कहा, ''देश के एक प्रतिष्ठित संस्थान का ये हाल है। यूपी के सीएम योगी इस कानून-व्यवस्था की स्थिति का ढिंढोरा पीटते हैं, जहां विश्वविद्यालय के अंदर एक छात्रा से छेड़छाड़ की जाती है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने एक पोस्ट में कहा, ''क्या अब बीएचयू परिसर और यहां तक कि आईआईटी जैसे शीर्ष संस्थान भी सुरक्षित नहीं हैं? क्या प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में एक छात्रा के लिए अपने ही शैक्षणिक संस्थान के अंदर निडर होकर घूमना अब संभव नहीं है?”
बीएचयू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) इकाई के सचिव अभय सिंह अपने सदस्यों के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और आरोपियों की शीघ्र पहचान करने और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने का आह्वान किया।
इस बीच, आईआईटी-बीएचयू प्रशासन ने एक नया सुरक्षा उपाय लागू करने का फैसला किया है। उन्होंने घोषणा की कि कर्मचारियों और छात्रों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने के उद्देश्य से परिसर के भीतर सभी बैरिकेड्स रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक बंद रहेंगे।
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