आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 24 दिसंबर से 3 जनवरी के बीच कोविड-19 से संक्रमित पाए गए 124 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में 11 ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट पाए गए थे और इन सभी वेरिएंट की उपस्थिति पहले भारत में बताई गई थी। उन्होंने कहा कि उक्त अवधि में हवाईअड्डों, समुद्री बंदरगाहों और भूमि बंदरगाहों पर 19,227 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का परीक्षण किया गया, जिनमें से 124 कोविड पॉजिटिव पाए गए और उन्हें आइसोलेशन में रखा गया।
सूत्रों ने कहा कि 124 सकारात्मक नमूनों में से 40 के जीनोम-अनुक्रमण परिणाम प्राप्त हुए, जिनमें से 14 नमूनों में XBB और एक नमूने में BAF 7.4.1 पाया गया।
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने नागरिकों से अनावश्यक रूप से घबराने नहीं बल्कि सतर्क रहने, सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने और कोविड संबंधी भ्रामक खबरों के बहकावे में नहीं आने का आग्रह किया। सरकार ने 24 दिसंबर से प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान पर आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत के लिए यादृच्छिक कोविड परीक्षण अनिवार्य कर दिया है, भले ही उनके प्रस्थान का बंदरगाह कुछ भी हो।
इसके अलावा, चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से भारत आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से एक जनवरी से कोविड-नकारात्मक रिपोर्ट देनी होगी। भारत की यात्रा शुरू करने से 72 घंटे पहले परीक्षण नहीं किया जाना चाहिए और प्रस्थान से पहले आरटी-पीसीआर परीक्षण से नकारात्मक रिपोर्ट को एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड किया जाना चाहिए।
यह किसी भी भारतीय हवाईअड्डे पर पहुंचने से पहले छह देशों से गुजरने वाले यात्रियों पर भी लागू होगा, भले ही उनका मूल देश कुछ भी हो।
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